- " भगवान कृष्ण की लीलाएं अपरंपारः प. हरगोविन्द
- भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया
पुखरायां कानपुर देहात। कस्बे के विद्यार्थी नगर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन रविवार को प. हरगोविंद बाजपेयी महाराज जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनाया। उन्होंने पूतना वध, माखन चोरी लीला, ओखल बंधन लीला का विस्तार से वर्णन करते हुए गोवर्धन लीला को भी सुनाया।कथा का विस्तार करते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने माता देवकी और वसुदेव के आठवें संतान के रूप में जन्म लिया। जन्म लेने के बाद वसुदेव ने उन्हें गोकुल पहुंचा दिया, वहां पर भगवान ने पूतना का वध किया। उन्होंने पूतना का अर्थ अविद्या अज्ञानता बताया। जब तक मनुष्य के अंदर से अविद्या अज्ञानता दूर नहीं हो जाती तब तक वह परमात्मा से नहीं मिल सकता।प. हरगोविंद ने भगवान की माखन चोरी, मिट्टी खाने की 2017 11,22-1643 लीलाओं का वर्णन किया। माखन चोरी की लीला के बारे में बताते हुए कथा वाचक ने कहा कि माखन जीव की आत्मा है मटका शरीर अर्थात आत्मा का परमात्मा से मिलन हो जाता है और यह शरीर यहीं नष्ट हो जाता है। इसके बाद वत्सासुर अकासुर के वध की कथा सुनाई। गोवर्धन पर्वत की कथा सुनाते हुए कहा कि जब भगवान ने गोवर्धन की पूजा करवाई तो इंद्र ने क्रोधित होकर ब्रज में जमकर बारिश करवाई। इस पर भगवान ने गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगली पर उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा कि और इंद्र का घमंड दूर किया। इस कलयुग में जो प्राणी गोवर्धन की पूजा करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। विद्यार्थी नगर के श्रद्धालुओं ने गोवर्धन की पूजा की।प.हरगोविंद बाजपेयी महाराज जी ने वेद मंत्रों के साथ पूजन करवाया।इस अद्भुत लीलाओ के उद्बोधन में मीरा देवी,हरिशंकर मिश्रा,अशोक मिश्रा,पंकज मिश्रा,नीरज मिश्रा,गौरव मिश्रा,गोपाल अवस्थी, श्याम अ व स् थ ी , प ८ प. शुक्ला ,संजीव, आशुतोष शुक्ला,ज्ञानू शुक्ला,मोनू शुक्ला,रान शुक्ला,हर्षित मिश्रा, देवनारायण,अमित मिश्रा,भोल त्रिवेदी,नारायण,गोलू त्रिवेदी, रामू दिवेदी,पूरण लाल वर्मा,रामनरेश कछवाह,दीपू शुक्ल इत्यादि श्रद्धालु उपस्थिति रहे।